सार
उत्तर प्रदेश में वस्तु एवं सेवा कर जीएसटी को लेकर इस समय बड़ा हड़कंप मचा हुआ है। कई जिलो में जीएसटी विभाग की टीम ने छापेमारी भी की है। जीएसटी टीम के द्वारा कई दुकानों पर जाकर के सर्वे भी किया जा रहा है और गड़बड़ी मिलने पर जुर्माना लगाया जा रहा है।
लेकिन यदि आप जीएसटी को लेकर तय किए गए जरूरी नियमों का पालन करते हैं तो आप को डरने की जरूरत नहीं है।
विस्तार
अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश में नगर निगम चुनाव होने वाले हैं, और चुनाव शुरू होने के पहले ही उत्तर प्रदेश में वस्तु एवं सेवा कर यानी जीएसटी की टीम जमकर छापेमारी कर रही हैं ।इस कारण से उत्तर प्रदेश के व्यापारियों में डर देखने को मिल रहा है।
राज्य के कई जिलों में जीएसटी के खिलाफ व्यापारी लामबंद हुए हैं और बाजार बंद कर दिए है। जीएसटी की टीमें दुकान – दुकान पर जाकर कागजात खंगाल रही है सर्वे कर रही है और गड़बड़ी पाए जाने पर तुरंत एक्शन ले कर कार्य को आगे बढ़ा रही हैं जो लोग गड़बड़ी करते पाए जा रहे हैं उनसे जुर्माना भी वसूला जा रहा है।
आइए जानते हैं क्या है पूरी खबर
जीएसटी छापेमारी को लेकर के इस समय राजनीतिक गर्मी बढ़ी हुई है अर्थात सर्दी के मौसम में जीएसटी छापेमारी ने सियासी तबीयत बढ़ा दी है। छापेमारी के खिलाफ व्यापारी लामबंद हुए हैं और बाजार बंद कर दिए हैं । वही विपक्षियों ने भी इसी व्यापारियों का उत्पीड़न बताया।
जीएसटी को लेकर के 264 टीमें छापेमारी कर रही थी। पिछले सप्ताह से उत्तर प्रदेश के कई जिलों में व्यापारिक प्रतिष्ठानों में छापेमारी का दौर चल रहा था । काफी बड़े स्तर पर इस कार्यवाही के विरोध में व्यापारी लगातार बाजार और दुकानें बंद कर रहे है।
हम आपको बता दें कि लखनऊ में सोमवार को तकरोही, मुंशी पुलिया, भूतनाथ का आंशिक हिस्सा एवं कपूरथला, पत्रकारपुरम समेत कई इलाकों के बाजारों में सन्नाटा पसरा था। अयोध्या के तमाम बाजार की दुकानों में दोपहर तक सटल गिरे ही रहे । इसके अलावा मेरठ, कानपुर ,अलीगढ़, एवम आगरा समेत कई जिलों में जीएसटी छापेमारी के डर से बाजार बंद मिले।
जाने सीएम योगी आदित्यनाथ ने क्या दिए निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि सभी जिलों में चल रही कार्यवाही को तत्काल रोका जाए। किसी भी व्यापारी का उत्पीड़न ना किया जाए। यदि सर्वे किया जा रहा है तो पुख्ता सबूत मिलने के बाद ही जुर्माना वसूला जाए। इसके बाद 71 जिलों में चल रही है कार्रवाई फिलहाल थम गई है।
उत्तर प्रदेश सीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी उद्यमी व्यापारी का उत्पीड़न ना हो क्योंकि देश के विकास में व्यापारियों का अहम योगदान है इसके अलावा योगी जी ने कहा -” राजस्व की चोरी राष्ट्रीय क्षति है”इसे रोका जाना चाहिए परंतु इसकी वजह से किसी निर्दोष व्यापारी को परेशान ना किया जाए। राज्य कर विभाग के द्वारा छापेमारी से पहले पुख्ता सबूत इकट्ठा किया जाए उसके बाद ही उस स्थान पर जाकर छापेमारी की जाए।
हम आपको बता दें कि अभियान में 1 सप्ताह के दौरान राज्य कर विभाग ने कुल 208.15करोड़ की कर चोरी पकड़ी गई। जबकि 2500 अधिक व्यापारियों के यहां की छापेमारी में 11.87 करोड़ से अधिक के माल और बड़े पैमाने पर चोरी संबंधित दस्तावेज जप्त किए गए।
क्या है जीएसटी(GST)?
जीएसटी का फुल फॉर्म है goods and service tax जिसे हिंदी में वस्तु एवं सेवा कर कहा जाता है या भारत सरकार की नई अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था है जिसको 1 जुलाई 2017 से लागू किया गया। भारत में जीएसटी लागू करने का इरादा व्यापार के लिए अनुपालन को आसान बनाना था।
इसमें अप्रत्यक्ष कर की कई जटिलताओं को दूर किया गया। जिससे कारोबार करना आसान हो गया। इस नई प्रणाली एवं नियम से VAT,एक्साइज ड्यूटी और सर्विस टैक्स खत्म कर दिए गए ,जिससे छोटे उद्योग धंधों को बढ़ावा मिला। इसको बढ़ावा देने के लिए सरकार ने ₹40 लाख सालाना टर्नओवर वाले बिजनेस को जीएसटी के दायरे से मुक्त कर दिया अर्थात इन व्यापारियो को जीएसटी टैक्स नहीं देना पड़ता है।