देश और विदेशों में भी प्रत्येक वर्ष 8 मार्च को महिलाओं के सम्मान व उनके सशक्तिकरण के लिए अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है।
महिलाओं की जिम्मेदारी सिर्फ घर तक ही सीमित नहीं है बल्कि समाज के कल्याण में भी महिलाओं का योगदान हैं। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने का प्रमुख उद्देश्य महिलाओं की हिस्सेदारी को बढ़ावा देने और उन्हें उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करना है ताकि वे अपने अधिकारों को जान सके। उत्पीड़न सहने के बजाय उसका विरोध करना सीख सकें।
उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं की जागरूकता व सशक्ति- -करण के लिए मिशन शक्ति कार्यक्रम चलाया है। वर्तमान में मिशन शक्ति कार्यक्रम का दूसरा चरण चल रहा है। इसके लिए प्रत्येक जिले में एक महिला थाना बनाया गया हैं बनाया गया एवं कोतवाली में एक महिला हेल्थ डेस्क भी गया है जहां पर महिलाएं जाकर अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकती हैं।इस साल महिला दिवस 8 मार्च दिन शुक्रवार को है।
जाने क्या है इसका इतिहास?
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने की शुरूआत साल 1908 में हुई थी। 8 मार्च के दिन ही महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए आंदोलन शुरू किया था। इस दिन अमेरिका के न्यूयार्क शहर में महिलाएं अपने अधिकारों को पाने के लिए सड़क पर उतर आईं थीं।
आंदोलन करने वाली इन महिलाओं की मांग थी कि उनके काम के मुताबिक उनका वर्किंग समय सीमित होना चाहिए। वहीं रूसी महिलाओं ने पहले विश्व युद्ध का विरोध करते हुए महिला दिवस मनाया था। यूरोप में महिलाओं ने 8 मार्च को पीस एक्टिविस्ट्स सपोर्ट करने के लिए रैलियां निकाली थीं।
हर क्षेत्र में है महिलाओं के भागीदारी..
जमीन से लेकर आसमान तक, सेना से लेकर खिलाड़ी तक हर फील्ड में महिलाओं की भागेदारी सराहनीय है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस महिलाओं के योगदान और उनकी भागेदारी पर उन्हें शुभकामनाएं देने का दिन है।
इस दिन को मनाने का मकसद समाज में महिलाओं को पुरुषों के बराबर अधिकार दिलाना है। उनके हौसले को बढ़ाना है। आज महिलाओं का हौसला ही है तभी तो महिलाएं जहाज़ चलाती है, बस चलाने से लेकर रिक्शा चलाने तक नहीं चूकती। महिलाओं का हौसला बढ़ाने के लिए और उन्हें पुरुषों के बराबर दर्जा देने के लिए ही ये दिन मनाया जाता है।
8 मार्च अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 2024 की थीम
हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस एक खास थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल 2024 में महिला दिवस Inspire Inclusion थीम के साथ मनाया जा रहा है। ‘इंस्पायर इंक्लुजन’ कैंपेन के तहत मनाने का मकसद है कि हर फिल्ड में महिलाओं की मौजूदी होना जरूरी है।