सार
इंडोनेशिया के बाली में दो दिवसीय G-20 शिखर सम्मेलन बुधवार को समाप्त हो गया। इन दो दिनों में बाली में जुटे दुनियाभर के नेताओं ने विकास और शांति के एजेंडे पर चर्चा की। इसी के साथ इंडोनेशिया ने अगले एक साल के लिए G- 20 की कमान भारत के हाथों में सौप दी है।
मतलब भारत अगले साल होने वाले G-20 सम्मेलन की अध्यक्षता स्वयं करेगा।
विस्तार
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने G-20 की अध्यक्षता आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंप दी है।इसकी अध्यक्षता स्वीकार करते हुए भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस समूह की अध्यक्षता स्वीकार करना समस्त भारत एवं उसके हर नागरिक के लिए गर्व की बात है। हमे गर्व है कि इसकी कमान संभालने का हमे सौभाग्य मिला।
नरेंद्र मोदी ने कहा, हम G-20 के हर सदस्य देश के प्रयासों के साथ इसे वैश्विक कल्याण के लिए लाभाकरी बनाएंगे।
जाने क्या होगा भारत का न्यू एजेंडा …
हम आपको बता दे कि अगले साल 9 और 10 सिंतबर को होने वाले G-20 सम्मेलन का अजेंडा सभी देश मिलकर तय करेंगे। भारत ने इसकी विषय को आगे बढ़ाते हुए दो अहम मुद्दों जैसे -आतंकवाद और ऊर्जा संकट की ओर विशेष तौर पर जोर दिया।
इसके लिए सबसे पहले भारत दुनिया के सामने अपने विचारों से परिपूर्ण रोडमैप तैयार करेगा।
G-20 बैठक में महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हो सकती है।
भारत के लिए कैसे बना यह विशेष अवसर
भारत के लिए कैसे बनाएं यह विशेष अवसर?
दुनिया के सबसे मजबूर और ताकतवर देशो के समूह G-20
के इस इवेंट की मेजबानी भारत को सौपी गयी है। इससे भारत को सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह मौक़ा उसके लिए एक महत्वपूर्ण अवसर की तरह है ,जिसमे वह वैश्विक स्तर पर पूरी दुनिया के सामने खुद को जोरदार तरीके से पेश कर सके।
इसी उद्देश्य से भारत ने 10 महीनों में 200 से अधिक इवेंट करने की योजना बनाई है। ये सभी प्रोग्राम देश के 50 प्रमुख शहरो में आयोजित किये जायेंगे परन्तु उन शहरो के नाम अभी निश्चित नही हुए है।
कौन-कौन से देश शामिल है जी-20 में..
G-20 देश
- अमेरिका
- चीन
3.रूस
4.भारत
5.अर्जेंटीना
6.ऑस्ट्रेलिया
7.ब्राज़ील
8.कनाडा
9.फ्रांस
10.जर्मनी
11.इंडोनेशिया
12.इटली
13.जापान
14.कोरिया
15.मेक्सिको
16.सऊदी अरब
17.साउथ अफ्रीका
18.तुर्की
19.ब्रिटेन
20.यूरोपीय संघ