महादेव की नगरी वाराणसी (काशी ) में भी अब नोएडा की तर्ज पर औद्योगिक गलियारा बनाने की तैयारी चल रही है। इससे आसपास के चार जिलों को बड़ा फायदा होगा। आयोग कंसलटेंट कंपनी मेकैन्जी की मदद से रीजनल प्लान यानी एनसीईआरटी तैयार कर रही है। इसमें पड़ोसी जिलों को वहां के प्रमुख उद्योग का विशेष उत्पादों के जरिए जोड़ा जाएगा।
यूपी के ये जिले जुड़ेंगे औद्योगिक गलियारा से..
औद्योगिक कॉरिडोर बनाने की जिम्मेदारी नीति आयोग को सौंप गई है। इसके पहले नोएडा में भी औद्योगिक गलियारा बनाया जा चुका है, जिसके तर्ज पर ही वाराणसी में औद्योगिक गलियारा बनाए जाने की बात चल रही हैं।
औद्योगिक कॉरिडोर की प्लान में मिर्जापुर,चंदौली और सोनभद्र में औद्योगिक पार्क विकसित करने की योजना है इन जिलों में बड़े क्षेत्रफल वाली जमीन की पर्याप्त उपलब्धता से अधिग्रहण में कठिनाई नहीं आएगी। हम आपको बता दें कि जिलों को जोड़ने के लिए सिक्सलेन का प्रस्ताव रखा गया है और उनके किनारे अलग-अलग औद्योगिक गलियारा बनाया जाएगा।
जौनपुर में बनेगा मैन्युफैक्चरिंग हब
सूत्रों के मुताबिक मिर्जापुर में स्टोन व कारपेट सोनभद्र में सोलर प्लांट और टूरिज्म और चंदौली में कृषि उत्पादों का गलियारा बनाया जाएगा साथ ही जौनपुर में मैन्युफैक्चरिंग हब तथा भदोही और प्रयागराज में कॉर्पोरेट उद्योग व ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर का प्रस्ताव रखा गया है। इस मार्ग को प्रयागराज- वाराणसी -बक्सर- हावड़ा और वाराणसी- रांची -कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ा जाएगा…
रेल फ्रंट कॉरिडोर के किनारे भी परियोजनाओं को आकार देने की प्रारूप तैयार किया गया है। सरकार औद्योगिक कॉरिडोर बनाने का काम जल्दी शुरू कर देगी।