स्वामी विवेकानंद आज भी कई युवाओं के लिए एक प्रेरणा का स्त्रोत हैं। स्वामी जी को शिक्षा और हिंदू धर्म के पुनरुद्धार का श्रेय दिया जाता है। उन्होंने काफी कम आयु में भारत का नाम विदेश में रोशन किया है। उनके विचार और भाषण के ज़रिए विदेश में भारत की अलग पहचान बनी है। आज भी भारत के अलावा कई देशों में स्वामी जी को याद किया जाता है और उनके बारे में बच्चों को पढ़ाया जाता है।
आज का युवा एक सही मार्गदर्शन के लिए स्वामी विवेकानंद के विचार को पढ़ना पसंद करता है। विवेकानंद के विचार एक युवा में ऊर्जा भरने के लिए काफी हैं। साथ ही ऐसी कई किस्से हैं जो आज भी एक सफल जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
स्वामी विवेकानंद की प्रेरक कहानी
यह बात तब की है जब विवेकानंद अमेरिका में थे। स्वामी जी ने नदी के उस पार पुल पर खड़े कुछ लड़कों को नदी में अंडे के छिलके पर पत्थर मारने की कोशिश करते हुए देखा। वे लड़के बुरी तरह से असफल हो रहे थे और कोई भी इनमे से सफलता हासिल नहीं कर पा रहा था। कुछ देर तक लड़कों को देखने के बाद स्वामी जी लड़कों के पास पहुंचे और उन्होंने इस खेल में शामिल होने को कहा।
इसके बाद स्वामी जी ने अंडे के छिलके पर कई बार निशाने लगाए और हर बार उनका निशाना एक दम सटीक होता था। लड़के स्वामी जी की सटीकता को देखकर हैरान हो गए। तभी एक लड़के ने स्वामी जी से इस युक्ति के बारे में पुछा। स्वामी जी बहुत शांति से उत्तर देते हुए कहा कि ‘आप जो भी कर रहे हैं, उसमे अपना पूरा दिमाग लगाएं।’
जीवन में सफलता के लिए हमे सिर्फ एक चीज़ पर अपना ध्यान केन्द्रित करना होता है। डिस्ट्रक्शन के कारण हम अपने मुख्य लक्ष्य पर ध्यान नहीं देते हैं। साथ ही अगर हम अपने लक्ष्य या कार्य पर पूरी तरह से ध्यान लगाएं तो हमारे असफल होने के चांस काफी कम हो जाएंगे।
उद्धरण के लिए आज किसी भी चीज़ के बारे में पढ़ने के लिए लोग किताब से ज्यादा विडियो देखना पसंद करते हैं। आज के समय में लोग विडियो से भी ज्यादा शॉर्ट्स या रील देखना पसंद करते हैं। क्योंकि इंसान के दिमाग को हर मिनट कुछ नया चाहिए जिससे उसका दिमाग सिर्फ एक चीज़ पर फोकस करने से थके नहीं। अगर हम किताब पर ध्यान देते हैं तो हम उस नॉलेज के साथ कई शब्द सीखते हैं। साथ ही एक चीज़ पर ध्यान करने से कोई भी चीज़ हमे ज्यादा अच्छे से याद रहती है। यह कंसंट्रेशन ( ध्यान केन्द्रण का) बढ़ाने का सबसे बेहतरीन तरीका है।