नरेन्द्र भाई दामोदरदास मोदी 26 मई 2014 से अब तक लगातार दूसरी बार वे भारत के प्रधानमन्त्री बने हैं तथा वाराणसी से लोकसभा सांसद भी चुने गये हैं। वे भारत के प्रधानमन्त्री पद पर आसीन होने वाले स्वतन्त्र भारत में जन्मे प्रथम व्यक्ति हैं। इससे पहले वे 7 अक्तूबर 2001 से 22 मई 2014 तक गुजरात राज्य के मुख्यमन्त्री रह चुके हैं। आइए जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुछ प्रेरक विचार –
1.आत्मशक्ति व्यक्ति को महान बनाती है
जो व्यक्ति आत्म शक्ति से परिपूर्ण है
वह सदैव अपने लक्ष्य को प्राप्त करता है।
2.माना की अंधेरा घना है,
लेकिन दिया जलाना कहां मना है…
3.समय का सदुपयोग किन -किन चीजों में है, ये बात हमें पता होनी चाहिए। एक ही टाइम टेबल 365 दिन काम नहीं आता। हमें समय का पूर्ण सदुपयोग करना चाहिए।
4.खेल हमारे युवाओं के जीवन का एक अभिन्न अंग बनना चाहिए। खेल व्यक्तित्व विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
5.जल हो, जमीन हो, जीव हो – उनका संरक्षण हमारा संकल्प होना चाहिए।
6.हम परीक्षा को जीवन-मरण का सवाल बना लेते हैं, जबकि परीक्षा केवल आपके साल भर की पढाई की है। ये आपके जीवन की कसौटी नहीं है।
7.भारत की शक्ति तीन D में निहित है : 1. डेमोक्रेसी, 2. डेमोग्राफी, 3. डिमांड
8.नागरिक को यह महसूस होना चाहिए कि यह देश मेरा है, मुझे देश के लिए काम करना है और देश की विकास यात्रा में मुझे भी योगदान देना है।
9.जो खेले, वो खिले। अगर आप खेलते ही नहीं हैं तो आप खिल भी नहीं सकते। और इसलिए खेलना है और व्यक्तित्व का विकास करना है, खुद को खिलते हुए देखना है।
10.हास्य हमारे जीवन में खुशियाँ लाता है। हास्य सबसे उत्तम दवा है। मुस्कान या हँसी की शक्ति अपशब्द या किसी अन्य हथियार की शक्ति से अधिक है।