विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स को अब ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है इसके पहले इसके कुछ लक्षण कुछ लोगों में नजर आए किंतु उसे नजरअंदाज कर दिया गया परंतु अब इसके मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं जिसके कारण डब्ल्यूएचओ ने इस पर विशेष ध्यान देने की बात कही। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख एडोनोम ने कहा कि 70 से ज्यादा देशों में इस वायरस इन्फेक्शन का प्रसार तेजी से हो रहा है।
ब्रिटेन में कुछ मामले मिलने के बाद भी डब्ल्यूएचओ ने इसे गंभीरता से लेते हुए इसे इमरजेंसी घोषित नहीं की थी। यह पहली बार है जब बिना आम सहमति के किसी बीमारी को इमरजेंसी करार दिया गया है। डब्ल्यूएचओ का प्रमुख टेड्रोस बताते हैं कि यह ऐसी बीमारी है जो दुनिया में नए तरीके से फैल रही है जिसके बारे में हम बहुत कम जानते हैं।
आखिर कैसी बीमारी है मंकीपॉक्स??
मंकीपॉक्स एक गंभीर बीमारी है जिसके वायरस बंदर के द्वारा फैलते हैं। इसका सबसे पहला मामला ब्रिटेन में देखने को मिला। यह बीमारी एक व्यक्ति दूसरे व्यक्ति में बहुत तेजी से फैलती है। यही कारण है कि डब्ल्यूएचओ ने से इसे पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है
डब्ल्यूएचओ की मंशा
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि मंकीबॉक्स को दुनियाभर के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा है और इसे फैलने से रोकने और महामारी बदलने की आशंका से बचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय पहल की तुरंत जरूरत है ।यह घोषणा दुनिया भर की सरकारों के लिए तुरंत कार्यवाही की अपील का काम करती है ।
मंकी मंकी बॉक्स की दुनिया भर में 70000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं 75 देशों में 5 मौतों की पुष्टि भी की जा चुकी है। हम आपको बता दें कि ब्रिटेन में इसके कारण हड़कंप मचा हुआ है क्योंकि यह सबसे ज्यादा बच्चों को प्रभावित कर रहा है।
बच्चों में मिला संक्रमण
अमेरिका में पहली बार बच्चों में मंकीपॉक्स के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। सेहत से जुड़ी अमेरिकी एजेंसी सीडीसी ने बताया कि इनमें से एक बच्चा कैलिफोर्निया का है दूसरा नवजात है जो अमेरिका का निवासी नहीं है। उन बच्चों में जब टेस्ट किया गया है तुम मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई डॉक्टरों का कहना है कि दोनों बच्चे ठीक हैं और उनकी हालत स्थिर है उन्हें एंटीवायरल दवा दी गई है इस बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रशासन पर इस बात पर विचार कर रहा है क्या मंकीपॉक्स के प्रकोप को हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया जाए?? क्योंकि अमेरिका में इस के मामले 2900 के करीब पहुंच चुके हैं। यह बच्चों को सब बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित कर रहा है इसके लक्षण यह है कि शरीर पर छोटे-छोटे से बहुत सारे दाने निकल आते हैं और बुखार आ जाता है।
क्या है डब्ल्यूएचओ?
डब्ल्यूएचओ का पूरा नाम वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन है जो कि स्वास्थ्य से संबंधित सभी मामलों की पुष्टि करता है। इसका मुख्यालय जेनेवा ( स्वीटजरलैंड )में है। आइए जानते हैं कि डब्ल्यूएचओ की स्थापना कब हुई इसका मुख्यालय कहां है ?उसके कार्य क्या है?
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