नीम अपनी औषधी गुणों के कारण मशहूर है। नीम में ऐसे औषधि गुण पाए जाते हैं जो शरीर के प्रकार की बीमारियों से निजात दिला सकते हैं। आज आपने इस लेख में हम जानेंगे कि क्या है क्या है नीम के औषधी गुण और कैसे हम प्रतिदिन चार – पांच पत्तियां खाकर बीमारियों से बच सकते हैं-
पोषक तत्वों से भरपूर
नीम की पत्तियों में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए अत्यंत लाभदायक होते हैं एवं शरीर में होने वाले दाने, फोड़े फुंसी आदि से हमारी सुरक्षा करते हैं। इसके अलावा नीम की पत्तियों में कैल्शियम, विटामिन सी, प्रोटीन, फाइबर कार्बोहाइड्रेट फैट अमीनो एसिड नाइट्रोजन फास्फोरस टैनिक एसिड जैसे पोषक तत्व पाए जाते है।
इम्यूनिटी को करे बूस्ट

यदि कोई व्यक्ति बीमार रहता है तो उसे नीम की चार से पांच रोज खानी चाहिए क्योंकि नीम की पत्तियों का सेवन करने से इम्यूनिटी पावर मजबूत होती है एवं शरीर को संक्रमण आदि से बचाया जा सकता है।
शोध के अनुसार, नीम की पत्तियों का अर्क जानवरों में प्रतिरक्षा प्रणाली की कार्यप्रणाली को बढ़ाता है. – नीम की पत्तियां मधुमेह के रोगियों के लिए भी फायदेमंद होती हैं क्योंकि ये रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखती हैं।
वेट लॉस में मददगार
नीम के पत्तियों में फाइबर और प्रोटीन पाए जाते हैं जिससे शरीर में मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया तेज होता है और वजन घटाने में मदद मिलती है। यदि आप चाहे तो नीम का शरबत बनाकर पी सकते है अथवा पत्तियों का भी सेवन कर सकते हैं। वेट लॉस करने के लिए नीम की पत्तियों को खाने का निश्चित समय होता है इसका प्रतिदिन खाली पेट ही सेवन करें।
पाचन तंत्र करें मजबूत
यदि किसी को कब्ज अधिक बनता है और उसका पाचन मजबूत नहीं है तो ऐसे में नीम का पत्तियों का सेवन करने से पाचन तंत्र मजबूत होता है एवं खाना जल्दी डाइजेस्ट हो जाता है। इसके अलावा नीम कई संक्रामक बीमारियों से भी हमारे शरीर की सुरक्षा करने में मददगार है।
दांतों में प्लाक बनने से रोके
पत्ती के अर्क का उपयोग दांतों की मैल को कम करने और जूँ के इलाज के लिए किया जाता है। नीम में ऐसे रसायन होते हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को कम करने, पाचन तंत्र में अल्सर को ठीक करने, गर्भावस्था को रोकने, बैक्टीरिया को मारने और मुंह में प्लाक को बनने से रोकने में मदद कर सकते हैं।
सौंदर्य को बढ़ाने में सहायक
नीम स्वस्थ त्वचा और साफ़ रंग को बढ़ावा देने के लिए प्रसिद्ध और प्रसिद्ध है। आंशिक रूप से इसके कड़वे स्वाद के कारण, इसका शरीर पर अविश्वसनीय रूप से ठंडा प्रभाव पड़ता है , जिससे अतिरिक्त गर्मी कम हो जाती है जो त्वचा पर दाग-धब्बों के रूप में प्रकट हो सकती है।
ऐसे लोग ना करें नीम की पत्तियों का प्रयोग
नीम के रस के सेवन से लीवर में विषाक्तता हो सकती है। नीम के अर्क से लीवर में विषाक्तता पैदा होने के कई मामले सामने आए हैं। अगर आपका बहुत अधिक लीवर कमजोर है या लीवर से जुड़ी कोई समस्या है तो आपको नीम के रस का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। इस जूस का सेवन डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही करें।