कहते हैं कमर जितनी सीधी रहे तन और मन दोनों के लिए उतना ही अच्छा होता है । शरीर के किसी भी अंग चाहे वह कमर हो अथवा पर उसके दर्द को अनदेखा नहीं करना चाहिए क्योंकि यह आपके लिए अनेक समस्याएं खड़ा कर सकता है। उठने से लेकर बैठने और खड़े होने से लेकर सोने तक सभी में रीढ की हड्डी के सही पोश्चर का होना बेहद जरूरी है क्योंकि इसमें समस्याएं होने पर आप शारीरिक रूप से अनेक समस्याओं का सामना कर सकते हैं।
कमर या शरीर में होने वाले दर्द कई बार नर्व्स के दब जाने के कारण भी होते हैं रीढ की हड्डी से जुड़े मामले में कमर के तीन प्रमुख हिस्सों में दर्द होता है-
- गर्दन में दर्द
- मिड बैक में दर्द
- लोअर बैक (पीठ के पिछले) हिस्से में दर्द
गर्दन में दर्द
क्यों होता है दर्द जाने कारण?
शरीर में दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं तो सबसे पहले हम जानेंगे कि गर्दन में दर्द क्यों होता है-
- एक्सीडेंट या किसी दूसरी वजह से चोट लगना
- सोते हुए या किसी दूसरे कारण से किसी नस का दब जाना
- गलत पाश्चर में बैठने के कारण
- कंधे और कान से मोबाइल को लगातार लगाकर लंबे समय तक बात करते रहना । आदि
- लगातार झुक कर काम करने से
- कंप्यूटर के सामने एक ही मुद्रा में बैठने के कारण
लक्षण
गर्दन में पूरी मूवमेंट ना हो पाने के कारण अथवा गर्दन मोड़ते समय कट-कट की आवाज आना भी गर्दन में दर्द का एक लक्षण है।
करे ये उपाय
यदि गर्दन , कमर में अथवा शरीर की किसी भी अंग में दर्द है तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए । शरीर में दर्द होने पर किसी चिकित्सक को दिखाना चाहिए अथवा इसका उपाय घर पर भी आप कर सकते हैं।
इसके लिए सबसे पहले आप अपने बैठने के पोश्चर को सही करें। चलते, बैठते या पढ़ते समय अपने कमर को सीधा रखें एवं गर्दन को भी सीधा रखें। पढ़ाई करते समय या मोबाइल चलाते समय उसे ऊंची टेबल पर रखकर अपने आंखों के सामने 25 सेंटीमीटर की दूरी पर रखते हुए पढ़े।
शरीर में होने वाली किसी भी प्रकार के दर्द को दूर करने के लिए आप योगासन भी कर सकते हैं। जिससे आपको बहुत ही जल्द आराम मिल जाएगा। आईए जानते हैं कि किन योगासन से शरीर में होने वाले दर्द से मिल सकता है जल्द ही छुटकारा –
- ताड़ासन
- अर्ध चक्रासन
- पादहस्तसन
- कटिचक्रासन
- त्रिकोणासन
- वक्रासन
- गोमुखासन
- उत्तान मंडूकासन