लहसुन ज्यादातर घरों की रसोई का हिस्सा है। इसका रोल सिर्फ सब्जी के मसाले तक सीमित नहीं है। लहसुन ( गार्लिक ) की एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक प्रकृति के कारण इसमें उपचारात्मक और औषधीय गुण होते हैं। लहसुन के लिए गुण इसमें मौजूद एलिसन कंपाउंड के कारण होते हैं। यह फास्फोरस, जिंक, पोटैसियम और मैग्नीसियम जैसे मिनरल से भरपूर है। लहसुन में विटामिन C, विटामिन K, फोलेट, नियासीन और थायमिन भी काफी अच्छी मात्रा में पाया जाता है।थायमिन शरीर में मौजूद कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा बदलने का काम करता है। इस वजह से यह शरीर में फैट डिपॉजिट होने से रोकता है। जानते हैं लहसुन की अन्य खासियतें ::
सर्दी-खासी से बचाव
बदलते मौसम में लहसुन का सेवन करना फायदेमंद होता है। खाली पेट कच्चे लहसुन की एक दो कली खाने से सर्दी खांसी के प्रति इम्युनिटी मजबूत होती है। इसके अलावा सर्दी लगने पर सरसों का तेल में लहसुन डालकर गर्म करें। छाती और पैर के तलवों में इसकी मालिश फायदेमंद साबित होती है।
दिल के लिए अच्छा
लहसुन मैं पाया जाने वाला एलिसन कंपाउंड बेड कोलेस्ट्रॉल को काम करता है। इससे दिल की सेहत में सुधार करता है। खाली पेट लहसुन का नियमित सेवन खून के थक्के से रक्त वाहिका में रुकावट को रोकने में मदद करता है। हाइपरटेंशन में लहसुन का सेवन फायदेमंद साबित होता है।
दिमाग का सुपर फूड
एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी घोड़े के कारण लहसुन मानसिक सेहत को भी दुरूस्त रखता है। इसका नियमित सेवन अल्जाइमर और डिमेशिया जैसी न्यूरोडिजेनेरेटिव बीमारियों में असरदार है। इसी वजह से इसे सुपर ब्रेन फूड भी कहा जाता है।