प्रतिदिन की बदलती दिनचर्या और मौसम के अनुसार लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है क्योंकि आजकल के खान-पान में भी काम बहुत अधिक मिलावट देखने को मिलती है। देश में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे,खासकर युवाओं में… कार्डियक अरेस्ट के बढ़ते मामले चिंता का विषय बनते जा रहे हैं।
हम आपको बता दे की हाल ही में लोगों की जान बचाने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय ने कार्डियो पल्मोनरी रेसिपिटेशन यानी सीपीआर(CPR) ट्रेंनिंग अभियान शुरू किया है। जिसके तहत करीब 10 लाख लोगों को सीपीआर की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसका प्रमुख उद्देश्य लोगों को स्वस्थ रखने और उनकी जिंदगी बचाना है।
आइये जानते हैं कि कब और कैसे करें सीपीआर का प्रयोग…..
ऐसे देते हैं सीपीआर(CPR)
सीपीआर कोई व्यक्ति नहीं कर सकता है क्योंकि इसके लिए काफी अनुभव ट्रेनिंग की आवश्यकता होती है इसे सावधानीपूर्वक ही करना चाहिए क्योंकि गलत तरीके से करने से व्यक्ति की जान भी जा सकती है। आईए जानते हैं कि क्या है सीपीआई करने का सही तरीका…
- घायल व्यक्ति को सबसे पहले समतल जगह पर पीठ केवल लिटा दे।
- व्यक्ति के कंधों के पास अपने घुटनों पर बैठ जाए।
- पहले एक हाथ की हथेली को व्यक्ति की छाती के बीचो-बीच रखें फिर दूसरे हाथ की हथेली से पहले हाथ की हथेली को पकड़े। इसके बाद अपनी कोहनी को सीधी करें
- अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए व्यक्ति की छाती को कम से कम 2 इंच से अधिक तक दबाए और छोड़ें इसे एक मिनट की भीतर 100 से 120 बार दोहराना हैं।
- वृत्त की ठोडी को ऊपर की ओर उठाएं इससे सिर ऊपर उठेगा और सास की नली खुलेगी।
सांस देने के लिए अपनाये ये दो तरीके…
यदि किसी व्यक्ति के एक्सीडेंट हो गया है या वह घायल हो गया है जिसके कारण उसकी सांस रुक गई है तो आप यह दो तरीके अपना कर उसकी सांस वापस ला सकते हैं –
सबसे पहला तरीका यह है कि अपने मुंह को उसके मुंह में लगाए और उसे व्यक्ति को सांस दे।
दूसरा उसे व्यक्ति को आप नाक के द्वारा भी सांस दे सकते हैं अगर व्यक्ति के मुंह में चोट लगी है और वह खुल नहीं सकता है तो उसे नाक से सांस दी जा सकती है। इसके लिए व्यक्ति की ठोड़ी ऊपर की ओर उठाएं और मुंह से सांस देने से पहले उसकी नाक को बंद कर दे पहले एक सेकंड के लिए सांस देकर देख ले कि क्या उसकी छाती ऊपर की ओर उठ जाती है यदि ऐसा नहीं हो रहा है तो उसकी ठोडी को फिर से ऊपर की ओर उठाएं सांस दे बहुत तेज या जोर से सांस नहीं देनी चाहिए।
कब पड़ती है सीपीआर की जरूरत?
सीपीआर की जरूरत किसी व्यक्ति की घायल होने या सांस रुक जाने पर होती है। सबसे पहले यह जानना जरूरी है कि सीपीआर है क्या आपात स्थिति में किसी व्यक्ति की सांस या धड़कन रुक जाए तो बेहोश व्यक्ति को होश में लाने के लिए सीपीआर का इस्तेमाल किया जाता है।इसमें दिल की धड़कन शुरू करने के लिए छाती को दोनों हाथ की हथेलियां से दबाया जाता है।हार्ट अटैक, कार्डियक अरेस्ट, डूबने,सांस घुटने और करंट लगने ऐसी स्थिति में अक्सर इसकी जरूरत पड़ती है।