अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस प्रत्येक वर्ष 21 मार्च को मनाया जाता है इसे विश्व वानिकी दिवस के नाम से भी जाना जाता है। विश्व वन दिवस मनाए जाने का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य विश्व के सभी लोगों को वन का उपयोग व महत्व बताना है।
विश्व वन दिवस की शुरुआत
इस दिन संयुक्त राष्ट्र फोरम और फ़ूड एंड एग्रीकल्चर ऑर्गनाइज़ेशन (FAO) कई प्रोग्राम्स ऑर्गनाइज़ कराते हैं। सबसे पहला विश्व वन दिवस 21 मार्च 2013 को मनाया गया था। इसकी घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा की गई थी। तबसे लेकर अब तक यह हर साल 21 मार्च को मनाया जाता है।
अंतरराष्ट्रीय वन दिवस का महत्व
वन हमारे जीवन के विभिन आयामों पर प्रभाव डालते हैं। यह दिवस हमें इस असलियत से दोबरा रूबरू कराता है कि हमें वनों को उनके योगदान के लिए सम्मान देना चाहिए न कि उन्हें उनके संसाधनों के लिए शोषित करना चाहिए। सभी राष्ट्र इस दिन सामने आते हैं और वनों पर बुरा प्रभाव डालने वाली मानवीय आदतों, अभ्यासों, जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग, वनों का काटना आदि के प्रति जागरूकता बढ़ाते हैं।
वनों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। हमारे दैनिक जीवन की लगभग सभी वस्तुएं वनों से ही आती हैं। इस दिवस का हम सभी के जीवन में बहुत महत्व रखता है क्योंकि वनों का अस्तित्व मानव के अस्तित्व से भी जुड़ा हुआ है। हमें वनों को बचाने का प्रयास सिर्फ एक दिन ही नहीं करना चाहिए बल्कि हर दिन ही वनों सुरक्षा और संरक्षण का विचार प्रत्येक व्यक्ति के मन में होना चाहिए। वनों की कटाई करने से बचे एवं उन्हें सुरक्षित करें ताकि हमारी प्रकृति खुशहाली बनी रहे
अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस की थीम
हर साल अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस एक निर्धारित थीम के तहत मनाया जाता है। साल 2021 में इसकी थीम “Forest Restoration: the path to recovery and welfare” रही। पिछले साल 2022 में यह “वन और टिकाऊ उत्पादन और खपत” रही, वहीं 2023 में “वन और स्वास्थ्य” है। इस साल अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस 2024 की थीम है फॉरेस्ट एंड इनोवेशन।
विश्व वन दिवस का इतिहास
खाद्य और कृषि संगठन सम्मलेन के 16वें सत्र में सदस्य राष्ट्रों ने हर साल 21 मार्च को “अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस” के रूप में स्थापित करने का फैसला किया। इसके बाद, 2007 से लेकर 2012 छह वन दिवस आयोजित किए गए। यह CIFOR- अंतर्राष्ट्रीय वानिकी अनुसंधान केंद्र द्वारा आयोजित किए गए थे। यह जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के अवसर पर संक्युक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन की वार्षिक बैठकों के साथ संयोजन के रूप में आयोजित किए गए थे।2011 के वनों के अंतराष्ट्रीय वर्ष के बाद, संयुक्त राष्ट्र महासभा के द्वारा प्रस्ताव रखा गया। इसके अंतर्गत ‘अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस’ की स्थापना की गई, जिसके बाद 21 मार्च 2013 को पहला पहली बार मनाया गया।