सार
महिलाओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए पिछले 5 सालों से प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय पोषण सत्ता और राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है। वर्ष 2022 में यह अभियान 1 सितंबर से शुरू होकर 30 सितंबर तक चलेगा।
विस्तार
महिला और बाल विकास मंत्रालय 5वा राष्ट्रीय पोषण माह 2022 को आयोजन कर रहा है । राष्ट्रीय पोषण माह खासतौर पर महिलाओं के लिए मनाया जाता है ,जिसमें उनके स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर चर्चा की जाती है तथा उन पर विशेष ध्यान देने की निर्देश भी दिए जाते हैं।
राष्ट्रीय पोषण माह मनाने का उद्देश्य
राष्ट्रीय पोषण माह बनाने का सबसे प्रमुख उद्देश्य महिला और स्वास्थ्य और बच्चा और शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करना है। इसके अलावा इसके आयोजन का मुख्य उद्देश्य देश के सभी ग्राम पंचायतों तक पोषण और स्वास्थ्य के बारे में लोगों को जागरूकता प्रदान करना अभी है। ताकि मां और बच्चा दोनों ही स्वस्थ रह सकें। कहते हैं जब देश का हर नागरिक स्वस्थ होगा तभी भारत तरक्की करेगा।

पोषण और स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पोषण में एक मंच के रूप में कार्य करता है। पोषण अभियान के तहत वर्ष 2018 से पहले प्रत्येक वर्ष के लिए सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाए जाने का फैसला किया गया था।
इसके तहत सितंबर माह में महिलाओं और बच्चों से जुड़ी सभी प्रकार के स्वास्थ्य कार्यक्रमों की निगरानी करना होता है।
किन कार्यों पर किया जाता है फोकस
इसमें महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर विशेष ध्यान दिया जाता है जैसे महिलाओं के प्रसव और देखभाल विभिन्न प्रकार के रोगों के प्रति जागरूकता लड़कियों की शिक्षा स्वच्छता आदि इस प्रकार की गतिविधियां सामाजिक और आम जनमानस का विशेष सहयोग होता है।
पोषण अभियान महिला और बाल विकास मंत्रालय के द्वारा संचालित किया जाता है तथा इसे पोषण अभियान के रूप में प्रत्येक वर्ष सितंबर माह में मनाया जाता है।
जाने क्या है पोषण का अर्थ?

पोषण का शाब्दिक अर्थ है -सभी प्रोटीन तथा विटामिन से परिपूर्ण भोजन एवं संपूर्ण आहार। पोषण का अर्थ समग्र पोषण के लिए प्रधानमंत्री की व्यापक योजना या प्राइम मिनिस्टर्स ओवररिचिंग स्कीम ऑफ होलिस्टिक न्यूट्रिशंस के लिए प्रधानमंत्री की योजना है।
राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत
राष्ट्रीय महिला बाल विकास मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया राष्ट्रीय पोषण माह की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर 8 मार्च 2018 को राजस्थान के झुंझुनू से की गई थी