रूस के शहर कजान सम्मेलन शुरू हो गया है। वर्ष 2024 में यह सम्मेलन ब्राजील में होने वाला था परंतु ब्राजील में G 20 सम्मेलन होने के कारण इसे रूस में स्थानांतरित कर दिया गया। यही कारण है कि ब्रिक्स सम्मेलन 2024 की मेजबानी रूस कर रहा है।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में चीन, भारत, यूएई जैसे कई बड़े देशों ने हिस्सा लिया है। सम्मेलन में संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा आतंकवाद, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक चुनौतियों पर चिंता जाहिर की। पीएम मोदी ने कहा कि आज दुनिया युद्ध, आर्थिक अनिश्चितता, जलवायु परिवर्तन और आतंकवाद जैसी कई चुनौतियों का सामना कर रही है।
ब्रिक्स में शामिल होने वाले ये पांच है नए देश…
ब्रिक्स देशों द्वारा स्थापित एक बहुपक्षीय विकास बैंक है, जिसका मुख्यालय शंघाई, चीन में है।अभी ब्रिक्स दुनिया की पांच सबसे तेज अर्थव्यवस्थाओं का ग्रुप है। ब्रिक्स का हर एक अक्षर एक देश का प्रतिनिधित्व करता है।
ब्रिक्स की स्थापना वर्ष 2006 में हुई थी जब इसमें मात्र चार देश शामिल थे जिनके नाम है ब्राजील, रूस,इंडिया,चीन(BRIC)। इसके बाद 2010 में इसमें साउथ अफ्रीका भी शामिल हो गया है जिससे इसके नाम में परिवर्तन करके BRICS (Brazil, Russia ,India, China ,South Africa) कर दिया गया। जिस ब्रिक्स में कुल पांच देश हो गए।
वर्ष 2024 में ब्रिक्स में पांच नए अन्य देश भी शामिल हुए हैं जिनके नाम इस प्रकार से हैं मिस्र ,इथोपिया, ईरान, सऊदी अरब, संयुक्त राज्य अमीरात। पहले इसमें अर्जेंटीना भी शामिल किया गया था परंतु इससे आप बाहर कर दिया गया है। इन नए पांच देशों के शामिल होने से अब इसमें कुल 10 सदस्य हो जाएंगे। इसलिए अब BRICS को BRICS PLUS कहा जाएगा।
ब्रिक्स में मोदी जी ने इन मुद्दों पर दिया बल
हम युद्ध का नहीं, बातचीत का समर्थन करते हैं
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने शांति और कूटनीति के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि ब्रिक्स देशों को एक सुरक्षित और समृद्ध भविष्य के लिए मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम बातचीत और कूटनीति का समर्थन करते हैं, युद्ध का नहीं और, जिस तरह हमने मिलकर कोविड जैसी चुनौती को हराया, उसी तरह हम आने वाली पीढ़ी के लिए सुरक्षित, मजबूत और समृद्ध भविष्य के लिए नए अवसर पैदा करने में पूरी तरह सक्षम हैं। इसी तरह, हमें साइबर सुरक्षा, सुरक्षित और भरोसेमंद AI के लिए वैश्विक नियमों के लिए काम करना चाहिए।