भारतीय अर्थशास्त्री इंद्रजीत गिल को अभी हाल ही में विश्व बैंक का चीफ इकोनॉमिस्ट बनाया गया दूसरे ऐसे भारतीय हैं जिन्हें विश्व बैंक में प्रमुख स्थान दिया गया है ।क्योंकि इसके पहले वर्ष 2012 से 16 के बीच कौशिक बसु इस पद को संभाल चुके हैं । वे भी भारतीय थे इस प्रकार से इंद्रजीत गिल इस विशिष्ट पद को प्राप्त करने वाले द्वितीय भारतीय अर्थशास्त्री बने।
यह भारत के नाम एक बहुत बड़ी उपलब्धि है क्योंकि भारतीयों का इस प्रकार से वैश्विक स्तर पर स्थान दिया जाना भारत के लिए उन्नति के मार्ग प्रशस्त करेगा जिससे भारत में वैश्विक स्तर पर आगे आप आएगा। वर्तमान समय में इंद्रमीत गिल वर्ल्ड बैंक में एक्टिव टेबल ग्रोथ फाइनेंस और इंस्टीट्यूशंस के वाइस प्रेसिडेंट है हम आपको बता दें कि इंद्रजीत गिल 2016 से 2021 के बीच ड्यूक यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर आफ पब्लिक पॉलिसी और रॉकी इंस्टीट्यूशंस में ग्लोबल इकोनामी तथा डेवलपमेंट प्रोग्राम में नॉनरेजिडेंट सीनियर फॉलो भी रह चुके हैं।
इंद्रमीत गिल के जिंदगी का सफर..
इंद्रजीत इंद्रजीत गिल अमेरिका के एक प्रसिद्ध यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो में भी प्रोफेसर रह चुके हैं उन्हें अर्थशास्त्र क्षेत्र में एक विशेष अनुभव और ज्ञान जो शिक्षा के क्षेत्र में उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। इसके अलावा वह नोबेल पुरस्कार विजेता गैरी बेकर , और रॉबर्ट ई लुकास जेआर के छात्र भी रह चुके हैं। अपनी शिक्षा दीक्षा पूरी करने के पश्चात प्रोफेसर बने और उन्हें पीएचडी किया आपको बता दें कि वर्तमान में इंद्रजीत गिल को विश्व बैंक में मुख्य अर्थशास्त्री के तौर पर नियुक्त किया गया है जो कि ऐसा विशिष्ट पद पहले आप आने वाले द्वितीय भारतीय हैं।
इंद्रमीत गिल की शिक्षा दीक्षा
इनकी गिल की शिक्षा दीक्षा की शुरुआत दिल्ली के स्कूल से हुई इंटर की पढ़ाई उन्होंने क्षेत्रीय कॉलेज से की और उसके सेंट स्टीफेंस कॉलेज से बीए तथा दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में एमए किया। पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर तक की पढ़ाई पूरी करने के पश्चात इंद्रजीत गिल ने शिकागो यूनिवर्सिटी से पीएचडी की पढ़ाई पूरी की और फिर वही पर प्रोफेसर भी रहे।
कैसे बने इंद्रजीत गिल वर्ल्ड बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री
इंद्रजीत गिरी ने शिकागो में पढ़ाई पूरी करने के पश्चात वहीं पर प्रोफेसर की नौकरी की और उसके बाद आरबीआई के पूर्व गवर्नर जनरल रघुराम राजन गीता गोपीनाथ के संपर्क में आए । गिल वर्ल्ड बैंक की सहयोगी संस्था इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड मे चीफ इकोनॉमिस्ट भी रह चुके हैं।