पेरिस में खेले जा रहे ओलंपिक 2024 के मुकाबले अब और भी ज्यादा रोचक होते जा रहे हैं। अब ओलंपिक अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंच रहा है, इसलिए फाइनल मुकाबले भी होने शुरू हो गए हैं। सभी खिलाड़ी अपने विरोधी को पीछे कर मेडल जीतने की कोशिश में लगे हैं। इस बीच अब सबसे बड़ा सवाल ये उठना शुरू हो गया है कि क्या भारत
10 के आंकड़े को पार कर पाएगा। अब तक भारत के खाते में तीन मेडल आए हैं, वे सभी ब्रॉन्ज मेडल हैं। अब भारत की कोशिश सिल्वर और गोल्ड पर निशाना साधने की होगी। हालांकि अभी भी भारत के पास कुछ और मेडल जीतने के चांस हैं, लेकिन सवाल ये है कि क्या ये आंकड़ा 10 तक पहुंच पाएगा।
आज पुरुषों में मेडल ला सकते है – लक्ष्य सेन
अभी जो भारतीय खिलाड़ी मेडल जीत सकते हैं, उसमें लक्ष्य सेन का नाम सबसे पहले आता है, क्योंकि उनका आज ही मुकाबला है। हालांकि वे अब गोल्ड और सिल्वर की दावेदारी में तो नहीं हैं, लेकिन इतना जरूर है कि वे ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर सकते हैं। भारत को कोई भी पुरुष खिलाड़ी अभी भी बैडमिंटन में मेडल लेकर नहीं आया है
भारत को कोई भी पुरुष खिलाड़ी अभी भी बैडमिंटन में मेडल लेकर नहीं आया है। इस बीच पूरी उम्मीद की जानी चाहिए कि वे आज मलेशिया के खिलाड़ी को परास्त कर भारत के खाते में एक और मेडल जोड़ देंगे।
भारत के एक बार फिर गोल्ड ला सकते है नीरज चोपड़ा …
भारत के लिए गोल्ड की सबसे बड़ी उम्मीद और संभावना नीरज चोपड़ा हैं, जो जल्द ही एक्शन में नजर आएंगे। नीरज ने साल 2020 के टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था, इस बार भी कुछ ही ऐसा ही होता हुआ नजर आ सकता है। नीरज चोपड़ा पहले 6 अगस्त को एक्शन में दिखाई देंगे, जब क्वालीफिकेशन राउंड होंगे,
वहीं अगर यहां से हरी झंडी मिली तो फिर 8 अगस्त को रात में गोल्ड की संभावना बनती दिख रही है। जैवलिन थ्रो में भारत को मेडल की उम्मीद नीरज चोपड़ा के अलावा किशोर जीना से भी है, अगर भारत के दोनों खिलाड़ी मेडल लेकर आ गए तो फिर कहने ही क्या।
मीराबाई चानू और विनेश फोगाट से भी उम्मीदें बरकरार
इन प्लेयर्स के अलावा अगर और खिलाड़ियों की बात करें तो मीराबाई चानू बेटलिफ्टिंग में मेडल लेकर आ सकती हैं। उनके साथ ही विनेश फोगाट भी एक ऐसी एथलीट हैं, जो पिछले कुछ वक्त से ठीकठाक प्रदर्शन करती आ रही हैं, उसने भी मेडल की उम्मीद जताई जा रही है। अंतिम पंघाल भी मेडल के एक तगड़े दावेदार हैं।
भारत ने साल 2020 के टोक्यो में खेले गए ओलंपिक में 7 मेडल जीते थे, जिसमें एक गोल्ड था। अब उसके आगे निकलने के लिए भारत को 5 मेडल और चाहिए, जो कि आ सकते हैं।