ऑस्ट्रेलिया में शनिवार सुबह प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने हार मान ली और देश में अब अल्पमत की सरकार बनने की संभावना है। लेबर पार्टी ने 2007 के बाद पहली बार चुनाव में जीत हासिल की विपक्षी नेता एंथनी अल्बनीज को प्रधानमंत्री के रूप में शपथ दिलाई जाएगी।
प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन चुनाव हार गए हैं। इस तरह लेबर पार्टी के नेता एंथनी अल्बनीज देश के अगले प्रधानमंत्री होने वाले हैं। एंथनी अल्बनीज ऑस्ट्रेलियन लेबर पार्टी से आते हैं। स्कॉट मॉरिसन ने ऑस्ट्रेलिया की लिबरल पार्टी के नेता के रूप में पद छोड़ने का भी फैसला किया है।
ऑस्ट्रेलिया के निर्वाचित प्रधान मंत्री एंथनी अल्बानीज़ भारत के लिए कोई अजनबी नहीं हैं, जिन्होंने 1991 में बैकपैकर के रूप में देश की यात्रा की और 2018 में एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। अभियान के दौरान उन्होंने आर्थिक, रणनीतिक और लोगों से लोगों के बीच संबंधों को गहरा करने के लिए प्रतिबद्ध किया.”
प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन के लिबरल पार्टी के मुख्यालय में सन्नाटा छाया हुआ है। लिबरल पार्टी की सत्ता से विदाई लगभग एक दशक बाद हो रही है । वहीं लेबर पार्टी के मुख्यालय में जश्न मनाया जा रहा है। मुख्यालय में “एल्बो, एल्बो” और “लेबर, लेबर” के नारे लग रहे हैं।क्योंकि समर्थकों को विश्वास है कि ऑस्ट्रेलिया के नए प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज होंगे.
लेबर पार्टी ने चुनाव जीतने पर बच्चों तथा बुजुर्गों की देखभाल पर अधिक खर्च करने का वादा किया है।उन्होंने महामारी के कारण ऑस्ट्रेलिया का घाटा बढ़ने पर बेहतर आर्थिक प्रबंधन का वादा किया है। वहीं, मॉरिसन ने कहा कि फिर से निर्वाचित होने पर उनकी सरकार करों में कमी लाएगी और साथ ही ब्याज दरों पर दबाव भी कम करेगी। द ऑस्ट्रेलियन अखबार में शनिवार को प्रकाशित न्यूजपोल में 53 प्रतिशत मतदाताओं के समर्थन के साथ लेबर पार्टी को आगे दिखाया गया है।
कौन हैं एंथनी अल्बनीज?
एंथनी अल्बनीज ऑस्ट्रेलिया के 31वें प्रधानमंत्री बनने के लिए तैयार हैं। वह ऑस्ट्रेलियन लेबर पार्टी के नेता हैं। अल्बनीज 1996 से ही ऑस्ट्रेलिया की संसद के सदस्य हैं। इस तरह वह पिछले दो दशक से अधिक समय से सांसद हैं। अल्बनीज 2013 में ऑस्ट्रेलिया के उपप्रधानमंत्री नियुक्त किए गए थे। इसके अलावा, वह 2007 और 2013 के बीच कैबिनेट मिनिस्टर भी रह चुके हैं। 2022 के चुनाव अभियान में उनकी लेबर पार्टी ने ऑस्ट्रेलिया में बढ़ती मुद्रास्फीति के बीच अधिक वित्तीय सहायता और एक मजबूत सामाजिक सुरक्षा देने का वादा किया। पार्टी ने यह भी कहा कि वह 2050 तक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में 43 फीसदी की कमी के साथ जलवायु परिवर्तन से निपटना चाहती है।