भारत के 10वें प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर 1924 को हुआ था। वाजपेयी ने प्रधानमंत्री के रूप में 3 बार सेवाएं दीं। अगर उनके कार्यकाल को देखा जाए तो उनका पहला कार्यकाल 15 दिनों का (16 मई 1996 से 1 जून 1996), दूसरा कार्यकाल 13 महीने के समय के लिए (19 मार्च 1998 से 26 अप्रैल 1999) और तीसरा पाँच साल (13 अक्टूबर 1999 से 22 मई 2004) तक रहा।
वाजपेयी 9 बार लोकसभा और 2 बार राज्यसभा के लिए चुने गए। भारत के स्वतंत्र होने के बाद उनके द्वारा लिए गए निर्णय ने विदेशी और घरेलू नीति में अहम भूमिका निभाई। जब वे स्कूल में थे, तब वे भारत को ब्रिटिश शासन से मुक्त कराने के लिए एक आंदोलन में शामिल हुए जो कि 1942 का भारत छोड़ो आंदोलन था
एक जानते हैं कि क्या है अटल बिहारी वाजपेई के अनमोल विचार
- आप मित्र बदल सकते हैं, पर पड़ोसी नहीं।
- यदि भारत धर्मनिरपेक्ष नहीं है तो भारत बिल्कुल भारत नहीं है।
- मै मरने से नही डरता हूँ, बल्कि बदनामी होने से डरता हूँ।
- साहित्य और राजनीति के कोई अलग-अलग खाने नहीं होते।
- निरक्षरता और निर्धनता का बड़ा गहरा संबंध है
- हमने भूख को समाप्त कर दिया, लेकिन अब हमें अकाल को समाप्त करना होगा।
- वास्तव में हमारे देश की लाठी कमजोर नहीं है। बल्कि वह जिन हाथों में है, वे कांप रहे हैं।
- मुझे अपने हिन्दूत्व पर अभिमान है, किंतु इसका अर्थ यह नहीं है कि मैं मुस्लिम विरोधी हूं।
मुझे अपने हिन्दूत्व पर अभिमान है, किंतु इसका अर्थ यह नहीं है कि मैं मुस्लिम विरोधी हूं।