प्रधानमंत्री मोदी जी ने हैदराबाद में स्टेचू ऑफ़ इक्वलिटी का अनावरण किया प्रतिमा अपने आप में अद्भुत अद्वितीय है जन इसके बारे में और भी खास बातें
PM Narendra Modi Inaugurates Statue of Equality: हम आपको बता दें कि हमारे देश में कई ऐसी मूर्तियों को स्थापित किया गया है जिन्हें विश्व में प्रथम स्थान प्राप्त है जैसे खड़ी हुई मूर्तियों में स्टैच्यू ऑफ यूनिटी विश्व की सबसे बड़ी प्रतिमा मानी जाती है जो कि सरदार वल्लभभाई पटेल की है। यह मूर्ति गुजरात में साधु बेट पहाड़ी पर बनी है। उसी प्रकार एक बार फिर से हमारे देश भारत में बैठी हुई मूर्ति का अनावरण किया गया जो कि विश्व की सबसे ऊंची बैठी हुई प्रतिमा बन गई है यह प्रतिमा है 11वीं शताब्दी के संत श्री रामानुजाचार्य की।
श्री रामानुजाचार्य:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हैदराबाद के सीमावर्ती इलाका मुचिंतल में स्टैचू आफ इक्वलिटी को देश को समर्पित किया। स्टैचू ऑफ यूनिटी 216 फीट ऊंची 11 वीं सदी के भक्ति संत श्री रामानुजाचार्य की याद में बनाई गई है जिन्होंने आस्था , जाति और पंच सहित जीवन के सभी पहलुओं में समानता की विचार को बढ़ावा दिया।
जाने कौन सी पंचधातु से बनी है यह प्रतिमा और क्या है इसकी खास बात
हम आपको बता दें कि ऋषि रामानुजाचार्य की 216 फीट ऊंची यह प्रतिमा पंच धातु से निर्मित है जिसमें सोना ,चांदी, तांबा ,पीतल और जस्ता का एक संयोजन है और यह दुनिया में बैठी अवस्था में सबसे ऊंची धातु की प्रतिमाओं में से एक बन गई है यह दुनिया में बैठी अवस्था में सबसे ऊंची प्रतिमाओं में से एक है ।
इस मूर्ति का आधार 54 फीट ऊंचा बना हुआ है जिसका नाम भद्र वेदी है इसमें वैदिक डिजिटल पुस्तकालय और अनुसंधान केंद्र एवं प्राचीन भारतीय ग्रंथ एक थिएटर एक है। जो संत मनुष्य के कई कार्यों का विवरण प्रस्तुत करते हैं। श्री राम आचार्य आश्रम के श्री चिन्नास्वामी ने की प्रधानमंत्री जी ने 108 दिव्या देसम अर्थात सजावटी रूप में नक्काशी दार मंदिर के समान मनोरंजन का भी दौरा किया जो स्टैचू आफ इक्वलिटी के चारों ओर बने हुए हैं।
श्री राम आचार्य जी ने भारत देश में राष्ट्रीय शिकायत की परवाह किए बिना हर इंसान हर व्यक्ति की भावना के साथ लोगों के उत्थान एवं उनके उन्नति के लिए अथक प्रयास किया स्टैचू ऑफ यूनिटी का उद्घाटन की वर्तमान 1000 भी जयंती समारोह पर 12 दिवसीय शास्त्री समारोह के रूप में मनाया गया।