भारतीय वायु सेवा ने रविवार को एक और बड़ी कामयाबी हासिल की है। वायु सेवा ने अपनी SAMAR वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है। हम आपको बता दे कि इससे पहले भारतीय वायु सेवा ने आकाश मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। रक्षा अधिकारियों ने बताया है कि भारत ऐसा पहला देश बन गया है जिसने ऐसी क्षमता हासिल की है, जिससे सिंगल फायरिंग यूनिट के जरिए उस रेंज पर कमांड गाइडेंस के 4 लक्ष्य को ढेर कर दिया। स्वदेशी आकाश वेपन सिस्टम को डीआरडीओ ने बनाया है।
DRDO-डीआरडीओ का गठन 1958 में भारतीय सेना के तत्कालीन पहले से चल रहे तकनीकी विकास प्रतिष्ठान (TDEs) और रक्षा विज्ञान संगठन (DSO) के साथ तकनीकी विकास एवं उत्पादन निदेशालय (DTDP) के समामेलन से किया गया था। डीआरडीओ तब 10 प्रतिष्ठानों या प्रयोगशालाओं वाला एक छोटा संगठन था। परंतु अब इसका आकार बड़ा कर दिया गया हैं। डीआरडीओ का हेड क्वार्टर दिल्ली में स्थित है।
क्या है SAMAR एयर डिफेंस मिसाइल..
SAMAR एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम का सफल परीक्षण भारत में ही किया गया है और यह पूरी तरीके से स्वदेशी डिजाइन पर आधारित है।जमीन से हवा में मार करने वाली है मिसाइल सिस्टम भारतीय वायुसेना ने विकसित की है। यह 2 से 2.5 में की गति सीमा पर चलने वाली मिसाइल के साथ हवाई खतरों से प्रभावी ढंग से निपटने की क्षमता रखती है।
एयर फोर्स चीफ वी आर चौधरी और वाइस चीफ ए के सिंह ने बताया कि उन्होंने इस परीक्षण को सफलतापूर्वक अपनी आंखों से देखा है और वह बताते हैं कि वायु सेवा में बना SAMAR सिस्टम ट्विंस बुर्ज लॉन्च प्लेटफार्म से लैस हैं।