बदलते लाइफस्टाइल के चलते लोगों एक्सरसाइज करने का मौका नहीं निकाल पाते है। वह प्रतिदिन सुबह उठकर सबसे ब्रेकफास्ट करके जल्दी से ऑफिस की तरफ भागते हैं और दिन भर कुर्सी पर बैठे रहते हैं जिसकी वजह से वे अपनी बॉडी को स्ट्रेस्ड भी नहीं कर पाते हैं। दिन भर बैठे रहने और बिल्कुल भी एक्सरसाइज न करने की वजह से मोटापा, डायबिटीज ,हाइपरटेंशन जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही है। इसके अलावा लोग हरी सब्जियां वह प्रोटीन वाली चीजे खाने के बजाय जंक फूड की तरह भाग रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि वह सेहत को नजर अंदाज करते हुए स्वाद को देख रहे हैं जो कि उनके लिए बहुत हानिकारक है।
100 में से 20 से 30% लोग ऐसे हैं जो प्रतिदिन सुबह एक्सरसाइज करके अपनी बॉडी का विशेष तौर पर ध्यान रखते हैं परंतु 80% लोग ऐसे हैं जो अपने हेल्थ का ध्यान नहीं रखते हैं और बिल्कुल भी एक्सरसाइज नहीं करते हैं।

वर्तमान में अगर आप लोगों से पूछेंगे कि आपको सुबह जल्दी उठना पसंद है या फिर रात को देर तक जागना तो ज्यादातर जवान लोगों का कहना होगा कि उन्हें सुबह जल्दी उठना पसंद नहीं है। लोग रात में देर तक जागना पसंद करते हैं ।इस लेख में हम आज आपको पेट की चर्बी कम करने के साथ डाइजेशन बेहतर करने के लिए योगासन बता रहे हैं, जिनके रोजाना अभ्यास से आपको लाभ मिल सकता है।
आईए जानते हैं कि पेट की चर्बी को कम करने और डाइजेशन बेहतर करने के लिए कौन से योगाभ्यास करे..
करे दिनचर्या में सुधार
अगर किसी व्यक्ति को पेट की चर्बी कम करनी है तो सबसे पहले उसे अपनी दिनचर्या में सुधार करना होगा। ऐसा इसलिए, क्योंकि अगर आपकी दिनचर्या ही सही नहीं होगी तो योग और एक्सरसाइज का भरपूर लाभ शरीर को नहीं मिल पाएगा। योग शिक्षक बताते कि व्यक्ति को अपने सोने और जागने का समय निर्धारित करना चाहिए। इसके साथ ही रात का खाना 7 बजे तक खा लेना चाहिए। एक्टिव और हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ अगर व्यक्ति इन 3 योगासनों का नियमित अभ्यास करता है तो उसे लाभ मिल सकता है।
चक्की चालनासन (Chakki Chalasan)
चक्की चालनासन का अभ्यास करने से न सिर्फ डाइजेशन बेहतर हो सकता है, बल्कि पेट की मांसपेशियों को टोन करने में भी सहायक हो सकता है। इस आसन को करने से पाचन क्रिया बेहतर होती है, जिससे आहार को पचाने में मदद मिलती है और पेट संबंधी समस्याएं कम हो सकती है। इस योगासन को नियमित रूप से अपनाने से आपका पाचन सुधरेगा, पेट की चर्बी कम होगी और आपका शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होगा।

चक्की चलासन में लंबी गहरी सांस भरें और हाथों को सीधा रखते हुए चक्की चलाने की भांति गोल-गोल घुमाएं। कोशिश करें कि आपके हाथ हर बार पैरों को छूते रहें। इस दौरान हाथों के साथ-साथ कमर से ऊपर का शरीर भी घूमने लगेगा। इस प्रक्रिया को 8-10 बार क्लॉक वाइज और फिर 8-10 बार एंटी क्लॉक वाइज दोहराएं।
पर्वतासन (Mountain 🗻 Pose)
पर्वतासन को माउंटेन पोज भी कहते हैं, इसका अभ्यास करते समय शरीर की मुद्रा पर्वत के समान दिखाई देती है। इस आसन का नियमित अभ्यास करने से पेट पर जमी चर्बी के साथ शरीर का मोटापा कम हो सकता है। इस आसन को करने से पेट में गैस की समस्या में राहत मिलती है और अपच की समस्या दूर होती है। पर्वतासन का नियमित अभ्यास करने से मानसिक चिंता और तनाव कम होता है, जिससे मस्तिष्क (मानसिक ) स्वास्थ्य को सुधारने में मदद मिलती है।

पर्वतासन करने के लिए सबसे पहले किसी साफ-सुथरी जगह पर वज्रासन में बैठ जाएं। अब धीरे-धीरे दोनों हाथों और पैरों के पंजो को जमीन पर रखें। जमीन पर वजन देते हुए अपनी कमर को त्रिकोणीय आकार का बनाएं। इस दौरान जितना हो सके कमर को उतना ऊपर की ओर खींचें।
मंडूकासन ( Mandukasana)
आईए जानते हैं की मंडूकासन करने का क्या है सही तरीका –
Step 1: सबसे पहले वज्रासन में बैठें| दोनों हाथों की मुठ्ठियाँ इस प्रकार बंद करें कि अंगूठे अंदर हों|
Step 2: अब अंगूठे के जड़मूल भाग की तरफ से दोनों मुठियों को नाभि के दाएं बाएं रखें|
Step 3: श्वास भरें व श्वास छोड़ते हुए धीरे-धीरे कमर के निचले भाग से आगे की ओर झुकें|
Step 4: ध्यान रहे, एडियाँ hips से लगी रहें|
Step 5: पूरी तरह आगे झुकने के बाद सामने की ओर देखें|
Step 6: यह पूर्णता की स्थिति है, सामान्य श्वास लेते रहें|
Step 7: सामर्थ्य के अनुसार रुकें| अब श्वास भरते हुए धीरे-धीरे वापिस आएं|

यदि आप फैट कम करने और पेट को स्लिम बनाने के लिए मंडूकासन का अभ्यास करना चाहते हैं, तो इसे नियमित रूप से करें।
मंडूकासन का अभ्यास करने से पेट पर दबाव पड़ता है, जिससे पेट की चर्बी को कम करने में मदद मिलती है। यह आसन में आंतों को मजबूत करने का काम होता है, जिससे पाचन क्रिया में सुधार होता है। मंडूकासन का अभ्यास करने से व्यक्ति का पाचन तंत्र बेहतर होता है, जिससे भोजन को पचाने में समस्या कम होती है और पेट से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं। ध्यान रखें कि योग आसनों को करने से पहले योग गुरु की सलाह लेना हमेशा बेहतर होता है।