IAS की परीक्षा एक बहुत बड़ी परीक्षा मानी जाती है जिसे पास करना थोड़ा मुश्किल होता है। यह देश की सबसे बड़ी परीक्षा है जिसे देना सबका सपना होता है परंतु इसमें कुछ ही विद्यार्थी सफल हो पाते हैं। इस वर्ष की इस की परीक्षा में सफल हुए विद्यार्थी जब हमारे देश के डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह से मिले तब उन्होंने उन बच्चों से कुछ सवाल पूछे जिनका उत्तर देने में सभी सच में पड़ गए लिए जानते हैं कि क्या है पूरी खबर

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि इस साल UPSC अपने 100 वें वर्ष में प्रवेश कर चुकी है। 100 वर्ष किसी भी आयोग के लिए, बहुत लंबी और गौरवशाली यात्रा होती है. UPSC की इस यात्रा ने भारत को गढ़ा है और उस क्राफ्टिंग में LBSNAA, एक मजबूत हेल्पिंग हैंड के रूप में दिखा है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह उत्तराखंड के मसूरी में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (LBSNAA) पहुंचे। 100वें फाउंडेशन कोर्स के समापन समारोह में बोलते हुए उन्होंने वहां ट्रेनी IAS को संबोधित किया और इस दौरान एक गणित का सवाल पूछ लिया। सवाल सुनकर एक बार तो सभागार में मौजूद सभी ट्रेनी आईएएस चकित रह गए। सिविल सर्विसेज के एक दो अफसरों ने गलत जवाब दिया तो रक्षामंत्री ने कहा कि दोबारा कोशिश करने के लिए कहा।

दरअसल, राजनाथ सिंह ने पूछा, ”किसी व्यक्ति के पास इतना पैसा था कि उसने उसका आधा A को दे दिया।
वन थर्ड B को दे दिया, जो बाकी अमाउंट 100 पैसा बचा था वो C को दे दिया।बताइए टोटल अमाउंट कितना था? कोई बता सकता है?”
रक्षामंत्री के सवाल पूछते ही सभागार में किसी की आवाज नहीं आई. फिर से उन्होंने एक प्रोफेसर की तरह सवाल को दोहराया. फिर एक ट्रेनी आईएएस ने जवाब दिया- 3000. यह सुनकर रक्षामंत्री ने मंद-मंद मुस्कुराते हुए सिर हिलाया और कहा- ”गलत… फिर से कोशिश करिए.’
इसके बाद सभागार में एक और आवाज सुनाई दी. जब एक ट्रेनी अधिकारी ने सही जवाब ‘सिक्स हंड्रेड’ यानी 600 बताया, तो रक्षामंत्री ने खुद ही गणितीय तरीके से सवाल का समाधान समझाया। राजनाथ ने बताया:-
कुल राशि को A मान लेते हैं.
राम (अ) को दी गई राशि= A/2
श्याम (ब) को दी गई राशि= A/3
दी गई कुल राशि= A/2 + A/3 = 5A/6
शेष बची राशि= A- 5A/6 = 100
इसका हल निकला: A = 600

मैथ्स के सवाल का हल बताने के बाद राजनाथ सिंह ने इस घटना को आस्था और विश्वास से जोड़ा और कहा, “मैथमेटिकल प्रॉब्लम! यानी इस विश्वास के आधार मैंने मान लिया A हो ही नहीं सकता, लेकिन मान लिया कि A है। कभी-कभी आस्था और विश्वास से भी बहुत सारी समस्याओं का समाधान हो सकता है, होता है, हो नहीं सकता, होता है, होता रहेगा।

