प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद शेख हसीना भारत आ गईं। अब वह यहां से लंदन जाने की फिराक में हैं। हसीना के देश छोड़ने के बाद सोमवार को ढाका स्थित गणभवन (पीएम आवास) में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी घुस गए। प्रदर्शनकारियों ने पीएम आवास में जमकर उत्पात मचाया और कई समान उठा लेकर चले गए।
जाने क्या है हिंसा का प्रमुख कारण
आरक्षण समाप्त करने की मांग को लेकर हालात हुए बेकाबू
बता दें कि शेख हसीना के खिलाफ बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के चलते उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा है। बांग्लादेश अब अस्थिर राजनीतिक स्थिति का सामना कर रहा है। बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण समाप्त करने की मांग उठ रही थी। इसी मांग को लेकर लाखों की संख्या में छात्र सड़क पर उतर आए थे। रविवार को ये प्रदर्शन हिंसक हो गया और सोमवार को शेख हसीना को पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा। साथ ही देश छोड़ने के लिए भी मजबूर हो गईं।
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, देशभर में पुलिस गोलीबारी, भीड़ की पिटाई और आगजनी के कारण सोमवार को बांग्लादेश में कम से कम 135 लोग मारे गए हैं। प्रदर्शनकारियों और शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच खूनी झड़पे हुई हैं। पुलिस गोलीबारी में कम से कम 96 लोगों की जान चली गई।
बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति
बांग्लादेश में हालात खराब है। शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देते हुए देश छोड़ दिया है। हसीना के देश छोड़ने के बाद से फैली अराजकता में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने सोमवार देर रात सभी राजनीतिक दलों से देश में कानून-व्यवस्था की स्थिति सामान्य करने में मदद का आग्रह किया और सशस्त्र बलों को लोगों के जान-माल एवं सरकारी संपत्तियों की सुरक्षा करने के लिए कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया