बुकनू के निर्माण की शुरुआत कानपुर के नयागंज बाजार से मानी जाती है। पूर्वी व मध्य उत्तर प्रदेश के गांवों में वर्षों से परंपरागत अम्मा के खल्लर-कुटना (मसाला छोटे-छोटे टुकड़ों में करने का पात्र) से निकलकर बुकनू अब मोहल्ला-मोहल्ला कुटीर उद्योग और कई नामचीन ब्रांडों के रूप में वैश्विक पहचान पाकर लाखों को रोजगार दे रहा हैं।