रक्षा बंधन 2022 : प्रत्येक वर्ष सावन के अंतिम सोमवार के बाद शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाता है। यह भाई बहन की प्रेम बंधन और विश्वास का त्यौहार है जो कि एक डोर से जुड़ा होता है। इस प्रकार यह पर्व भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक माना जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई को राखी बांधती हैं और उनकी लंबी आयु की कामना करती हैं , और भाई भी बहनों की रक्षा का वचन देते हैं।
Author: Archana Dwivedi
विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ ने मंकीपॉक्स को अब ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है इसके पहले इसके कुछ लक्षण कुछ लोगों में नजर आए किंतु उसे नजरअंदाज कर दिया गया परंतु अब इसके मामले दिन पर दिन बढ़ते जा रहे हैं जिसके कारण डब्ल्यूएचओ ने इस पर विशेष ध्यान देने की बात कही। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख एडोनोम ने कहा कि 70 से ज्यादा देशों में इस वायरस इन्फेक्शन का प्रसार तेजी से हो रहा है।
यह मंकीपॉक्स बीमारी जैसा की नाम से ही प्रतीत है मंकी अर्थात बंदर । मतलब यह बीमारी बंदरो से फैलती है।
लता मंगेशकर जी का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर , मध्य प्रदेश में हुआ था। उनके पिता का नाम दीनानाथ मंगेशकर था । इनके पिताजी भी एक रंगमंचीय गायक थे । इनके पिताजी ने इनको पांच साल की उम्र में ही संगीत सिखाना शुरू कर दिया था। लता मंगेशकर की तीन बहने थी , आशा , उषा और मीना
द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को औपचारिक रूप से देश की राष्ट्रपति चुन ली गई हैं जब गुरुवार को नतीजा आया तो एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को उम्मीद से अधिक वोट मिले तो विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा अपने पूरे क्षेत्र का वोट भी पाने में भी असफल रहे हैं।
श्री मति द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वीं और पहली आदिवासी तथा दूसरी महिला राष्ट्रपति बनी है इस पर देश को गौरव हो रहा है
आज इसका आज फैसला हो जाएगा कि देश का 15वां राष्ट्रपति कौन बनेगा,राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मु और यशवंत सिंह सिन्हा में कौन इस पद को जीतेगा, इसका फैसला हो जाएगा आज सुबह 11 बजे राष्ट्रपति पद के लिए किसी एक नाम पर निर्वाचन आयोग की मुहर लगेगी।
देश के सर्वोच्च पद यानी राष्ट्रपति के लिए उम्मीदवार के नाम आ गए हैं। जिसमें से एक नाम द्रौपदी मुर्मू एवं दूसरा नाम यशवंत सिन्हा का है। देश में पहली बार ऐसा हुआ जब किसी आदिवासी महिला उम्मीदवार को इस पद के लिए खड़ा किया गया। यदि द्रौपदी मुर्मू देश की राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो वे देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति होगी। जो कि देश के लिए गर्व की बात होगी।
दलित समाज को शोषण से मुक्ति दिलाने के लिए तथा उनके लिए अपना सर्वस्व समर्पण करने वाले हमारे देश में कई महानायक हुए हैं, जिसमें से सबसे प्रमुख है डॉक्टर भीमराव अंबेडकर है । जिन्हें भारतीय संविधान का जनक कहा जाता है। परंतु आज हम आपसे बात करने वाले हैं कि ऐसे महानायक के बारे में जिन्होंने दलितों के सम्मान और उनकी सत्ता के लिए अपना सर्वस्व निछावर कर दिया आइए जानते हैं कौन है वह व्यक्ति
लुलु मॉल भारत में खोला गया सबसे चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय मॉल है जिसकी स्थापना भारतीय मूल के निवासी युसूफ अली के द्वारा की गई है वैसे तो यह भारतीय मूल के ही निवासी हैं परंतु वर्तमान में इन्होंने संयुक्त राज्य अमीरात की नागरिकता प्राप्त कर रखी है और उनका पूरा परिवार आज वही पर स्थाई रूप से रहता है स्माल की शुरुआत उन्हीं की और उन्होंने इस शब्द की खोज बहुत सोच समझकर की है । लुलु शब्द अरबी भाषा का एक शब्द जिसका अर्थ होता है मोती।
अभी हाल ही में भारत में उत्तर प्रदेश में लखनऊ जिले में देश का सबसे बड़ा मॉल खोला गया या मॉल लखनऊ गोमती नगर विकास खंड में बनाया गया है। इसका नाम लुलु मॉल है शब्द अरबी भाषा का एक शब्द है जिसका अर्थ होता है मोती।