जहाँ सावन में जब हर ओर हरियाली और भक्ति का माहौल होता है, तो ऐसे में कामिका एकादशी का आना भक्तों के लिए किसी सौगात से कम नहीं होता। ये एकादशी सावन माह के कृष्ण पक्ष में आती है और इस साल ये तिथि शुरू हो रही है 20 जुलाई दोपहर 12:12 बजे से, जो 21 जुलाई सुबह 9:38 बजे तक रहेगी परंतु जो लोग एकादशी का व्रत करेंगे वें 21जुलाई को पूरा दिन उपवास करेंगे खास बात ये है कि इस बार सावन का दूसरा सोमवार और कामिका एकादशी एक ही दिन पड़ रहे हैं, जिससे इस दिन की…
Author: Archana Dwivedi
खास बात ये है कि इस बार सावन का दूसरा सोमवार और कामिका एकादशी एक ही दिन पड़ रहे हैं, जिससे इस दिन की आध्यात्मिक महत्ता और भी बढ़ जाती है।
जब-जब भारत के इतिहास में नारी सशक्तिकरण की बात होती है, तब-तब अहिल्याबाई होल्कर का नाम श्रद्धा और गर्व के साथ लिया जाता है। वे एक ऐसी महिला थीं जिन्होंने न केवल प्रशासन में दक्षता दिखाई, बल्कि समाज और धर्म के क्षेत्र में भी अनुकरणीय कार्य किए। उनकी जयंती पर हम उन्हें सादर नमन करते हैं और उनके प्रेरणादायक जीवन पर प्रकाश डालते हैं। कौन थीं अहिल्याबाई होल्कर? अहिल्याबाई होल्कर मराठा साम्राज्य की एक महान रानी थीं। उनका जन्म 31 मई 1725 को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के चौंडी गांव में एक सामान्य परिवार में हुआ था। उनके पिता मानकोजी…
बुद्ध पूर्णिमा बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए एक अत्यंत पवित्र पर्व है। इसे भगवान गौतम बुद्ध की जन्म, बोधि प्राप्ति (ज्ञान प्राप्ति) और महापरिनिर्वाण (मृत्यु) — इन तीनों घटनाओं की स्मृति में मनाया जाता है। यह पर्व वैशाख मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है, इसलिए इसे “बुद्ध पूर्णिमा” कहा जाता है। बुद्ध पूर्णिमा क्यों मनाई जाती है? बुद्ध पूर्णिमा का महत्त्व जाने कौन थे महात्मा बुद्ध 1. भगवान बुद्ध कौन थे? गौतम बुद्ध का असली नाम सिद्धार्थ गौतम था। उनका जन्म एक राजा के घर हुआ था, लेकिन जीवन के दुःख-दर्द देखकर उन्होंने संसार त्याग दिया और सत्य…
Chicken Pox (चिकनपॉक्स) क्या होता है?Chicken Pox एक वायरल संक्रमण है जो Varicella Zoster Virus के कारण होता है। यह एक बहुत ही संक्रामक बीमारी है जो ज़्यादातर बच्चों को होती है, लेकिन कभी-कभी बड़ों को भी हो सकती है। इसके लक्षणों में शरीर पर खुजली वाले लाल दाने, बुखार, थकान और भूख कम लगना शामिल है। Chicken Pox के लक्षण: बचाव के उपाय (Chicken Pox से बचने के लिए):
हास्य (Laughter) मानव जीवन का एक अनमोल उपहार है। यह न केवल हमारी भावनाओं को सकारात्मक बनाता है, बल्कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी मजबूत करता है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए हर वर्ष मई के पहले रविवार को “विश्व हास्य दिवस” (World Laughter Day) मनाया जाता है। यह दिन लोगों को हँसी के महत्व को समझाने और दुनिया में शांति, भाईचारे व आनंद का संदेश देने के लिए समर्पित है। हास्य दिवस की शुरआत -: विश्व हास्य दिवस की शुरुआत भारत के मशहूर हास्य योग गुरु डॉ. मदन कटारिया ने 1998 में की थी। उन्होंने मुंबई…
परशुराम जयंती भगवान परशुराम के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाई जाती है। इसे हिंदू पंचांग के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है, जो अक्षय तृतीया के दिन भी होती है। इसे मनाने के कई महत्वपूर्ण कारण हैं: परशुराम जयंती क्यों मनाई जाती है: भगवान परशुराम विष्णु जी के छठे (6वें) अवतार माने जाते हैं। विष्णु के दशावतारों में उनका क्रम: इस प्रकार, परशुराम जी छठवें स्थान पर आते हैं और उन्हें न्याय, शक्ति और शस्त्र विद्या का प्रतीक माना जाता है।
अकबर बीरबल की कहानी बहुत अधिक प्रसिद्ध है जिन्हें बच्चे और बड़े सभी सुनना और पढ़ना पसंद करते हैं। अकबर बीरबल की कहानियों में बीरबल के चतुराई साफ नजर आती है कि बीरबल कितना बुद्धिमान और चतुर था जिस पर राजा अकबर को पूर्ण विश्वास था। यदि राजा अकबर किसी निर्णय मेंउलझ जाते तो वह हमेशा बीरबल की ही सलाह लिया करते थे। आज एक कहानी हम आपको बताने वाले हैं इसका शीर्षक है सच्चा इनाम। इस कहानी में भी बीरबल ने अपनी बुद्धमानी प्रदर्शन किया है। आईए जानते हैं कि क्या है आज की कहानी…… एक दिन बादशाह अकबर…
एकादशी व्रत कथाएं एकादशी के दिन व्रत रखने के महत्व को दर्शाती हैं। ये कथाएं पापों के क्षय, मोक्ष प्राप्ति, और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करने के लिए व्रत का पालन करने के महत्व को दर्शाती हैं। इसके अलावा एकादशी व्रत कथा इसलिए मनाई जाती है क्योंकि इससे भक्तों को पुण्य फल प्राप्त होता है और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। आज, 24 अप्रैल 2025 को, वरुथिनी एकादशी है। एक महीने में दो पक्ष होने के कारण दो एकादशी होती हैं, एक शुक्ल पक्ष मे तथा दूसरी कृष्ण पक्ष मे। इस प्रकार वर्ष मे कम से कम 24 एकादशी हो सकती…
भूमिका हर वर्ष 22 अप्रैल को पृथ्वी दिवस (Earth Day) मनाया जाता है। यह दिन पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। आज के समय में जब हमारी धरती प्रदूषण, वनों की कटाई, जलवायु परिवर्तन, और प्राकृतिक संसाधनों के दोहन से जूझ रही है, ऐसे में पृथ्वी दिवस का महत्व और भी बढ़ जाता है। थीम (Theme): पृथ्वी दिवस 2025 की थीम है – “Planet vs. Plastics”(प्लास्टिक के खिलाफ धरती)।इस थीम का उद्देश्य है लोगों को प्लास्टिक के खतरों से अवगत कराना और इसके प्रयोग को कम करना। पृथ्वी दिवस का इतिहास: पृथ्वी…