प्रत्येक वर्ष बेटी दिवस माता-पिता और उनकी बेटियों के बीच के अनूठे बंधन का जश्न मनाने का अवसर प्रदान करता है तथा हमारे परिवार और समाज में उनके योगदान को मान्यता प्रदान करता है। इस वर्ष बेटी दिवस 22 सितंबर, 2024 को मनाया जाएगा और यह हमारे जीवन में अद्भुत बेटियों के प्रति आभार और प्रशंसा व्यक्त करने का सही समय है।
बेटियों का महत्व
बेटियाँ परिवारों का एक मूल्यवान हिस्सा होती हैं और समाज की नींव बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। हर साल सितंबर के चौथे रविवार को, बेटियों का दिन माता-पिता और बेटियों के बीच विशेष और अमूल्य रिश्ते को याद करने, प्रतिबिंबित करने और सम्मान देने के लिए मनाया जाता है।
वैसे तो बेटी की अहमियत उसके माता-पिता से ज्यादा कोई नहीं समझ सकता है। बेटियां वो होती हैं तो बचपन से लेकर जवानी तक तो माता-पिता के घर को खुशियों से भर देती हैं, शादी होने के बाद ससुराल को महकाती हैं और पति और ससुराल वालों को हर पल खुश करने का प्रयास करती है।
शादी के बाद पिता के घर को भूलकर इस नए घर को अपनाती हैं, जहां वे सिर्फ अपने पति के लिए सभी को हमेशा खुश रखने का प्रयास करती हैं और मां बनने के पश्चात तो उसका पूरा जीवन अपने पूरे परिवार के प्रति समर्पण और मात्र अपने बच्चों और ससुराल वालों का होकर रह जाता है, लेकिन यहां भी बेटियों की अधिक कद्र नहीं होती और वे निरंतर उपेक्षा की शिकार होती रहती है। ससुराल में वो अपना करियर छोड़कर परिवारजनों की सेवा में लग जाती है, लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें यहां भी भेदभाव, यौन उत्पीड़न, घरेलू हिंसा आदि का शिकार होती हैं।
अंतर्राष्ट्रीय बेटी दिवस मनाने का कारण
- बेटियों की भूमिका का सम्मान: बेटियां परिवारों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, चाहे वह प्यार और देखभाल के माध्यम से हो या भावनात्मक बंधनों को मजबूत करने में. यह दिन उनके योगदान को मान्यता देने का एक अवसर है.
- लैंगिक समानता का प्रचार: बेटी दिवस का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य लैंगिक समानता को बढ़ावा देना है. यह दिन हमें याद दिलाता है कि बेटियां भी उतनी ही मूल्यवान हैं और उन्हें समान अवसर और शिक्षा मिलनी चाहिए.
- पारंपरिक सोच को चुनौती देना: कई क्षेत्रों में बेटों को प्राथमिकता दी जाती है. बेटी दिवस उन पुरानी मान्यताओं को चुनौती देकर परिवारों को प्रेरित करता है कि वे अपनी बेटियों को उनके सपनों की ओर बढ़ने में सहायता करें.
- सशक्तिकरण: यह दिन माता-पिता को याद दिलाने का अवसर है कि उनकी बेटियां मजबूत और सक्षम हैं. बेटी दिवस मनाने से माता-पिता बेटियों में आत्मविश्वास बढ़ा सकते हैं और उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर सकते हैं.