स्वास्थ्य चिकित्सा बताते हैं की बार-बार तेल उबालने से उसमे कैंसर के कारण आने वाले तत्व उत्पन्न हो जाते हैं इससे गॉलब्लैडर या पेट के कैंसर का खतरा पैदा हो सकता है ऐसे फ्रेश कुकिंग ऑयल का ही इस्तेमाल खाने में करना चाहिए जो आपके स्वास्थ्य को हानि न पहुंचाएं।
Browsing: हेल्थ
महिलाएं अक्सर कमर के निचले हिस्से में दर्द की शिकायत से परेशान रहती है। कई बार महिलाएं दर्द को नजरंदाज करती है । महिलाओं के कमर में होने वाले दर्द के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे भारी सामान उठाने के कारण कमर के निचले हिस्से में चोट लग जाना, पीरियड्स पेन होना या वर्कआउट के दौरान मसल्स में खिंचाव आ जाना।
गलत खानपान से लीवर डैमेज भी हो सकता है। लिवर खराब होने पर शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देते हैं, जिन्हें अक्सर लोग साधारण समझकर इग्नोर कर देते हैं। इसलिए लीवर का ध्यान रखना एवं हेल्दी रखना बेहद जरूरी है। लोग लीवर इनफेक्शंस को कई बार नजर अंदाज करते हैं जिससे उन्हें बाद में अनेक समस्याओं को सामना करना पड़ता है
गर्मी के मौसम में हमारे शरीर में तेजी से पानी की कमी हो जाती है। शरीर के इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित रखने और हाइड्रेटेड रहने के लिए इस खोए हुए पानी की भरपाई करना आवश्यक है ।
वेट लॉस करने का सबसे अच्छा तरीका है पानी। यदि सही मात्रा में पानी का सेवन किया जाए तो उससे भी वेट लॉस होता है। सुबह की शुरुआत सदैव दो गिलास गुनगुने पानी से करना चाहिए। गुनगुना पानी पीने से न सिर्फ पेट साफ होता है बल्कि वजन भी काम होता है।इसलिए दिया वजन कम करना चाहते हैं तो दिन में काम से कम 3 से 4 लीटर पानी जरूर पिए।
एक स्वस्थ शरीर वाले व्यक्ति को दिन भर में काम से कम तीन से चार लीटर पानी पीना चाहिए क्योंकि किडनी को ब्लड से दूषित पदार्थों को सही तरीके से फिल्टर करने के लिए पर्याप्त पानी की आवश्यकता होती है। जब आप पानी कम पीते हैं तो आपकी किडनी ठीक से काम नहीं करती है इससे संभावित रूप से किडनी में पथरी है यूरीनरी ट्रैक में इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। इसके साथ ही डिहाइड्रेशन के चलते कब्ज की समस्या भी बढ़ सकती है। इसमें हेल्थ केयर प्रोवाइडर समय-समय पर किडनी को बेहतर बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। किडनी सही तरीके से कम कर रही है या नहीं इसका पता लगाने के लिए आप ब्लड या यूरिन टेस्ट भी करवा सकते हैं
यदि आपके एड़ी में लगातार दर्द हो रहा है और आपको उसके कारण चलने समस्या होती है तो सेंधा नमक डालकर यदि गर्म पानी में पैरों को सेका जाए तो पैरों का दर्द और एडी का दर्द दोनों ही समाप्त हो जाता हैं और राहत मिलती हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इंडियन काउंसलिंग ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी(ICMR ) ने सामान्य सिंड्रोम में इलाज को लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं। इसमें बताया गया है कि डॉक्टर की सलाह और उनके लिखे पर्चे पर ही एंटीबायोटिक दवाइयां दी जाएगी।
कैल्शियम सुप्लाई: गरम दूध से कैल्शियम का स्रोत मिलता है, जिससे हड्डियों और दाँतों को मजबूती मिलती है।
ठंडक के मौसम में अपने स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए, आपको ऐसा आहार चुनना चाहिए जो आपको ऊर्जा प्रदान करे और साथ ही साथ ठंडक से बचाव करने में मदद करे। आईए जानते हैं कि किन चीजों के सेवन से ठंडक में
आप अपने आप को बचा सकते हैं –
गरम द्रव्य पेयें: गरम पानी, हर्बल चाय, और सुप जैसे गरम पेय पीना ठंडक को दूर रखने में मदद कर सकता है।